केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में जाति आधारित जनगणना को कैबिनेट में मंजूरी दिए जाने के बाद भाजपा ने इसे एक ऐतिहासिक निर्णय बताया है. इसी विषय पर रविवार को देहरादून में आयोजित प्रेस वार्ता में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मीडिया से बातचीत की.
भाजपा ने गिनाए जातिगत जनगणना के फायदे
महेंद्र भट्ट ने कहा कि 94 सालों के बाद जातिगत जनगणना का जो निर्णय लिया गया है, वह देश के सामाजिक और आर्थिक तानेबाने को समझने की दिशा में एक बड़ा कदम है. उन्होंने कहा कि 1931 के बाद यह पहली बार है जब किसी सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है. भट्ट ने कहा जनगणना 2011 के बाद अब फिर प्रस्तावित है, लेकिन पिछली जनगणना में भी ओबीसी और अन्य जातियों का विश्लेषण सरकार के पास नहीं था. ऐसे में यह ज़रूरी था कि देश की वास्तविक सामाजिक स्थिति का आंकलन हो.
भट्ट ने कांग्रेस पर साधा निशाना
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब उसने जातिगत जनगणना को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया. उन्होंने बताया कि 2010 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने मंत्रियों का एक समूह तो जरूर बनाया था, लेकिन उसने इस पर कोई काम नहीं किया. कांग्रेस ने जातिगत जनगणना को सिर्फ एक राजनीतिक औजार की तरह इस्तेमाल किया. भट्ट ने कहा कि जातिगत जनगणना का मूल उद्देश्य समाज को बराबरी पर लाना है, ताकि हर वर्ग की वास्तविक स्थिति के आधार पर उन्हें योजनाओं का लाभ मिल सके.
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