उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को हरिद्वार में समीक्षा बैठक की. जिसमें सीएम ने अधिकारियों को यात्रा के सफल संचालन के लिए सभी व्यवस्थाएं मजबूत करने के साथ ही आपसी सामंजस्य के साथ कार्य करने के निर्देश दिए.
कांवड़ यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर सीएम धामी की बैठक
सीएम ने कहा कांवड़ यात्रा के दौरान सभी तैयारियों को बड़े स्तर पर किया जाए जिससे ये अनुभव आगामी कुंभ मेले में भी काम आए. सीएम ने अधिकारियों को ग्रीन और क्लीन कांवड़ यात्रा के लिए हरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश और आसपास के 30 किमी के दायरे में हर 1-2 किमी पर मोबाइल टॉयलेट, पानी, कूड़ा निस्तारण के लिए विशेष गाड़ियों की तैनाती करने के निर्देश दिए.
कांवड़ियों को लिए ऐप बनाने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर 5 किलोमीटर पर स्वास्थ्य केंद्र, एम्बुलेंस और मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. साथ ही अधिकारियों को उत्तराखंड कांवड़ सेवा ऐप बनाने के लिए निर्देशित किया. जिसमें कांवड़ियों को सभी डिटेल उपलब्ध हो सके.
Also Read
- उत्तराखंड की चारधाम यात्रा ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, आंकड़ों में दर्ज हुआ नया इतिहास, अभी और चलेगी यात्रा
- बदरीनाथ-केदारनाथ धाम पहुंचे मुकेश अंबानी, विशेष पूजा-अर्चना कर लिया बाबा का आशीर्वाद
- सीएस ने ली झुग्गी पुनर्विकास की समीक्षा बैठक, सर्वे और आवास आवंटन के दिए निर्देश
- निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी, भोले-भाले लोगों को आरोपी ऐसे देता था झांसा
- उत्तराखंड में FDA का सघन अभियान, इन जगहों से जब्त हुई नकली मावा-घी और पनीर की बड़ी खेपें

कांवड़ मार्ग पर स्थित ढाबों और होटलों के बाहर रेट लिस्ट लगाना अनिवार्य
सीएम ने बैठक में निर्देश दिए कि कांवड़ मेले के दौरान यात्रा मार्ग पर स्थित ढाबों और होटलों में सुरक्षा मानकों का अनुपालन कराने के साथ ही फूड लाइसेंस और रेट लिस्ट अनिवार्य रूप से डिस्प्ले की जाए. साथ ही सीएम ने ट्रैफिक की ड्रोन और एआई टेक्नोलॉजी की मदद से मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए.
लैंड स्लाइड जोन क्षेत्र में सावधानी बरतने के दिए निर्देश
सीएम धामी ने कहा टिहरी, पौड़ी और उत्तरकाशी क्षेत्र में भी यात्रा मार्ग पर लैंड स्लाइड जोन क्षेत्र में अतिरिक्त सावधानी बरती जाए. मुख्यमंत्री ने कहा यह सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ यात्रा के दौरान भ्रामक खबर फैलाने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाए, इसके लिए सोशल मीडिया की भी लगातार मॉनिटरिंग की जाए.





