दशहरे के पावन पर्व पर बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तारीख का ऐलान हो गया है। बद्रीनाथ धाम मंदिर परिसर में पंचाग गणना के बाद आज कपाट बंद होने की तिथि और समय की घोषणा कर दी गई है।
बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तारीख का हुआ ऐलान
बदरीनाथ धाम के कपाट नवंबर को 17 नवंबर रात 9 बजकर 7 मिनट पर बंद होंगे। आज 12 अक्टूबर को श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि कपाट बंद होने की तिथि आज विजय दशमी के अवसर पर बद्रीनाथ धाम मंदिर परिसर में पंचाग गणना पश्चात समारोहपूर्वक तय की गई।
Also Read
- उत्तराखंड की चारधाम यात्रा ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, आंकड़ों में दर्ज हुआ नया इतिहास, अभी और चलेगी यात्रा
- बदरीनाथ-केदारनाथ धाम पहुंचे मुकेश अंबानी, विशेष पूजा-अर्चना कर लिया बाबा का आशीर्वाद
- सीएस ने ली झुग्गी पुनर्विकास की समीक्षा बैठक, सर्वे और आवास आवंटन के दिए निर्देश
- निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी, भोले-भाले लोगों को आरोपी ऐसे देता था झांसा
- उत्तराखंड में FDA का सघन अभियान, इन जगहों से जब्त हुई नकली मावा-घी और पनीर की बड़ी खेपें
योग-ध्यान बद्री में शीतकाल में दर्शन देंगे भगवान
शीतकाल के दौरान जब बदरीशपुरी में जमकर बर्फबारी होती है और यहां बर्फ की मोटी चादर बिछी रहती है। शीतकाल के लिए बद्रीनाथ के कपाट बंद होने के बाद भगवान बद्रीनारायण योग-ध्यान बद्री में दर्शन देते हैं। बता दें कि योग-ध्यान बद्री पंच बद्री में से एक है। ऐसा कहा जात है कि चमोली जिले में समुद्रतल से 1920 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर की स्थापना पांडवों के पिता राजा पांडु ने की थी।
इस साल 11 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री पहुंचे बद्रीनाथ
बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि इस बार चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री दर्शन को पहुंचे। सरकार और मंदिर समिति के प्रयासों से सभी यात्री सुविधाएं मुहैया हुई है। अभी तक 11 लाख से अधिक तीर्थयात्री बद्रीनाथ धाम पहुंचे। जबकि साढ़े 13 लाख से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ धाम दर्शन के किए पहुंचे।





