मंगलौर की ग्रीन पार्क कॉलोनी में छह महीने पहले बनी इंटरलॉकिंग सड़क अभी से जगह- जगह क्षतिग्रस्त होना शुरू हो गयी है. जिसके बाद से स्थानीय लोगों में आक्रोश है. ग्रामीणों ने नगर पालिका के अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं.
छह महीने में हुई इंटरलॉकिंग सड़क ध्वस्त
मंगलौर की ग्रीन पार्क कॉलोनी में अब से 6 महीने पहली बनी इंटरलॉकिंग सड़क जगह जगह से ध्वस्त हो गई. स्थानीय लोगों ने नगर पालिका के अधिकारियों पर आरोप लगते हुए कहा कि जब सड़क का निर्माण हो रहा था, तब मंगलौर नगर पालिका का कोई भी अधिकारी सड़क की गुणवत्ता देखने नहीं आया था.
Also Read
- उत्तराखंड की चारधाम यात्रा ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, आंकड़ों में दर्ज हुआ नया इतिहास, अभी और चलेगी यात्रा
- बदरीनाथ-केदारनाथ धाम पहुंचे मुकेश अंबानी, विशेष पूजा-अर्चना कर लिया बाबा का आशीर्वाद
- सीएस ने ली झुग्गी पुनर्विकास की समीक्षा बैठक, सर्वे और आवास आवंटन के दिए निर्देश
- निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी, भोले-भाले लोगों को आरोपी ऐसे देता था झांसा
- उत्तराखंड में FDA का सघन अभियान, इन जगहों से जब्त हुई नकली मावा-घी और पनीर की बड़ी खेपें
ग्रामीणों ने की दोबारा सड़क बनाने की मांग
ग्रामीणों ने कहा ठेकेदार ने अपनी मनमानी करते हुए सड़क को मानकों के अनुसार नहीं बनाया. जिसके कारण सड़क कुछ ही महीनों में क्षतिग्रस्त हो गई. जिसके बाद ग्रामीणों ने अपनी जेब से पैसे लगाकर कई स्थानों पर सड़क का पुनः निर्माण कराया है. लेकिन ग्रामीण अब सड़क को दोबारा बनाने की मांग कर रहे हैं.
अधिशासी अधिकारी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
वहीं मंगलौर के नगर पालिका परिषद के नवनियुक्त अधिशासी अधिकारी नोशाद हसीन का कहना है कि मामला उनके कार्यभार ग्रहण करने से पहले का है. फिर भी वह संबंधित कर्मचारियों से मामले की जानकारी लेकर कार्रवाई अमल में लाएंगे.





