उधम सिंह नगर: उधम सिंह नगर के गदरपुर के सदलीगंज गांव में एक महिला और उसके नवजात बच्चे की मौत अस्पताल में हो गई, जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
प्रसूति के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत
सामाजिक कार्यकर्ता सर्वेश सैनी ने बताया कि उनके गांव की एक महिला को प्रसव के लिए गूलरभोज रोड स्थित सहारा अस्पताल में भर्ती किया गया था। सैनी ने आरोप लगाया कि अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के कारण जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर प्रशिक्षित नहीं हैं और वहां कोई महिला डॉक्टर भी मौजूद नहीं है। सैनी ने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल में इमरजेंसी सुविधाओं का अभाव है।
Also Read
- उत्तराखंड की चारधाम यात्रा ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, आंकड़ों में दर्ज हुआ नया इतिहास, अभी और चलेगी यात्रा
- बदरीनाथ-केदारनाथ धाम पहुंचे मुकेश अंबानी, विशेष पूजा-अर्चना कर लिया बाबा का आशीर्वाद
- सीएस ने ली झुग्गी पुनर्विकास की समीक्षा बैठक, सर्वे और आवास आवंटन के दिए निर्देश
- निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी, भोले-भाले लोगों को आरोपी ऐसे देता था झांसा
- उत्तराखंड में FDA का सघन अभियान, इन जगहों से जब्त हुई नकली मावा-घी और पनीर की बड़ी खेपें
अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय युवक राजेंद्र कुमार ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने परिजनों से पैसे लेकर सादे कागज पर साइन कराए और फिर महिला को 45 किलोमीटर दूर काशीपुर के एक निजी अस्पताल में रेफर किया, जहां पहुंचने पर जच्चा-बच्चा को मृत घोषित कर दिया गया। मृतक महिला के परिजनों ने पुलिस से मामले की गहन जांच की मांग की है। घटना के बाद से परिजनों में शोक का माहौल है।





