टिहरी जिले के सीमांत गांव में बीते सात दिनों से अपनी दस सूत्रीय मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे थे। जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद आज ग्रामीणों ने आमरण अनशन खत्म कर दिया है।
डीएम के आश्वासन के बाद माने ग्रामीण
टिहरी जनपद के सीमांत गेंवाली गांव में अपनी दस सूत्रीय मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे गेंवाली के पूर्व प्रधान बचन सिंह रावत को गुरुवार सातवें दिन को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और विधायक प्रतिनिधि आनंद बिष्ट ने जूस पिलाकर हड़ताल खत्म कराई।
Also Read
- उत्तराखंड की चारधाम यात्रा ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, आंकड़ों में दर्ज हुआ नया इतिहास, अभी और चलेगी यात्रा
- बदरीनाथ-केदारनाथ धाम पहुंचे मुकेश अंबानी, विशेष पूजा-अर्चना कर लिया बाबा का आशीर्वाद
- सीएस ने ली झुग्गी पुनर्विकास की समीक्षा बैठक, सर्वे और आवास आवंटन के दिए निर्देश
- निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी, भोले-भाले लोगों को आरोपी ऐसे देता था झांसा
- उत्तराखंड में FDA का सघन अभियान, इन जगहों से जब्त हुई नकली मावा-घी और पनीर की बड़ी खेपें

आपदा से हुए नुकसानों की भरपाई बैठे थे अनशन पर
बता दें कि सीमांत गांव गेंवाली में आपदा से हुए नुकसानों की भरपाई को लेकर सात दिनों से आमरण अनशन पर बैठे गेंवाली के पूर्व प्रधान बचन सिंह रावत ने जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद अपनी भूख-हड़ताल समाप्त की।

कई किलोमीटर पैदल दूरी तय कर गेंवाली पहुंचे जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने ग्रामीणों की दस सूत्रीय मांगों सहित अन्य जरूरी विकास कार्यों को लेकर संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए।





