प्रदेश में बीते कुछ सालों में परय्टन ने रफ्तार पकड़ ली है। जहां पिछले साल चारधाम यात्रा पर 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे थे। तो वहीं बीते एक साल में उत्तराखड में करीब छह करोड़ पर्यटक व श्रद्धालु पहुंचे। कुमाऊं मंडल की तुलना में गढ़वाल मंडल ज्यादा लोग पहुंचे।
एक साल में उत्तराखंड पहुंचे छह करोड़ पर्यटक व श्रद्धालु
पर्यटन और तीर्थाटन उत्तराखंड की रीढ़ मानी जाती है। उत्तराखंड के राजस्व का एक बहुत बड़ा हिस्सा यहीं से आता है। एक साल में उत्तराखंड छह करोड़ श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचे। पर्यटन विभाग की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल प्रदेश में 5.96 करोड़ पर्यटक व श्रद्धालु आए। रिपोर्ट के मुताबिक गढ़वाल मंडल में ज्यादा पर्यटक और श्रद्धालु आए। जबकि कुमाऊं मंडल में कम लोग पहुंचे।
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सबसे ज्यादा यहां आए टूरिस्ट
रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल गढ़वाल मंडल में 5.39 करोड़ तो कुमाऊं मंडल में 57 लाख पर्यटक पहुंचे। चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा भी साल दर साल बड़ रहा है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार साल 2023-24 में चारधाम यात्रा में 56 लाख श्रद्धालुओं दर्शन के लिए पहुंचे।
देहरादून में हर साल आते हैं 86 लाख पर्यटक
अगर बात करें उत्तराखंड की राजधानी की तो देहरादून में हर साल करीब 86 लाख पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। जबकि धर्म नगरी हरिद्वार में 3.70 करोड़ लोग हर साल पहुंचते हैं। टिहरी में 37 लाख, रुद्रप्रयाग में 23 लाख, चमोली में 28 लाख और उत्तरकाशी में 16 लाख पर्यटक हर साल आते हैं।
कुमाऊं मंडल की बात करें को सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में 3.63 लाख, बागेश्वर 82 हजार, चंपावत 2.27 लाख, ऊधमसिंह नगर में 2.50 लाख और पिथौरागढ़ 1.27 लाख लोग पहुंचते हैं। पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होने से प्रदेश में कई लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।